हॉकी टीम की हार पर ऊंची जाति के लोगों ने दी जातिगत गालियां

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हरिद्वार। टोक्यो ओलंपिक 2020 के सेमीफाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना के खिलाफ मिली हार के बाद भारत का स्वर्णिम सपना टूट गया। जिसके तुरंत बाद भारतीय महिला हॉकी टीम की एक खिलाड़ी के परिवार के साथ अभद्रता हुई। अंग्रेजी समाचार पत्र ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया‘ में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अर्जेंटीना के खिलाफ मिली हार के तुरंत बाद ऊंची जाति के दो आदमियों ने हरिद्वार के रोशनाबाद गांव में वंदना कटारिया के घर का चक्कर काटना शुरू कर दिया था।
रिपोर्ट के मुताबिक वंदना कटारिया के परिवार ने बताया कि ऊंची जाति के दो पुरुषों ने उनके घर के बाहर पटाखे जलाए और जातिगत गालियां दीं। उन्होंने बताया कि उन लोगों ने कहा कि महिला हॉकी टीम इसलिए हार गई क्योंकि उसमें बहुत सारे दलित खिलाड़ी थे। हालांकि पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया है।
वंदना कटारिया के भाई ने बताया कि हम हार के बाद निराश थे। लेकिन टीम ने जिस तरह से प्रदर्शन किया है उसे देखकर हमें गर्व है। उन्होंने बताया कि मैच के तुरंत बाद ही अचानक से जोर की आवाज सुनाई देने लगी। हमारे घर के बाहर पटाखे फोड़े जा रहे थे। जब हम घर के बाहर निकले तो गांव के दो आदमी नाच रहे थे। वो दोनों ऊंची जाति के हैं।
शेखर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि ऊंची जाति के लोगों ने जैसे ही परिजनों को घर से बाहर आते देखा तो जातिगत गालियां देना शुरू कर दी। हमारे परिवार का अपमान किया। उन लोगों ने कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम इसलिए हार गई क्योंकि उसमें ज्यादातर दलित खिलाड़ी हैं। उन लोगों ने जाते-जाते कहा कि सिर्फ हॉकी ही नहीं बल्कि हर खेल से दलितों को बाहर रखना चाहिए। इसके बाद उन्होंने अपने थोड़े से कपड़े उतारकर वापस नाचना शुरू कर दिया।
बता दें कि वंदना के भाई की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। सिडकुल पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद हमले मामले में छानबीन शुरू कर दी है। फिलहाल एक आदमी को हिरासत में ले लिया गया है।

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