योगी ने कहा कि देश की बाह्य सुरक्षा भी खतरे में थी और आंतरिक सुरक्षा भी खतरे में थी। बाह्य सुरक्षा के मोर्चे पर कभी चीन तो कभी पाकिस्तान भारत की सीमाओं में घुसपैठ करता था और जब कहीं इसकी आवाज उठती थी तो कांग्रेस नेतृत्व की सरकार कहती थी कि चुप हो जाओ मत बोलना हैं।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। भाजपा अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गई है। इन सब के बीच आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित किया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव-गांव में जाकर बताने की आवश्यकता है कि 2022 में भाजपा की सरकार क्यों जरूरी है क्योंकि भाजपा की सरकार रहेगी तो कोई गुंडा, माफिया जबरन किसी की संपत्ति पर कब्जा करने का दुस्साहस नहीं कर पाएगा और अगर करेगा तो उसकी छाती पर प्रदेश सरकार का बुलडोजर चलता हुआ दिखाई देगा। अपने संबोधन में योगी ने कहा कि 2014 के पहले देश की स्थिति क्या थी, व्यापक असंतोष था, अविश्वास था, रोज एक नया घोटाला आ जाता था। कांग्रेस नेतृत्व की न्च्। की सरकार देश की कीमत पर राजनीति कर रही थी।
गांव-गांव में जाकर बताने की आवश्यकता है कि 2022 में भाजपाकी सरकार क्यों जरूरी है क्योंकि भाजपा की सरकार रहेगी तो कोई गुंडा, माफिया जबरन किसी की संपत्ति पर कब्जा करने का दुस्साहस नहीं कर पाएगा और अगर करेगा तो उसकी छाती पर प्रदेश सरकार का बुलडोजर चलता हुआ दिखाई देगा।
योगी ने कहा कि देश की बाह्य सुरक्षा भी खतरे में थी और आंतरिक सुरक्षा भी खतरे में थी। बाह्य सुरक्षा के मोर्चे पर कभी चीन तो कभी पाकिस्तान भारत की सीमाओं में घुसपैठ करता था और जब कहीं इसकी आवाज उठती थी तो कांग्रेस नेतृत्व की सरकार कहती थी कि चुप हो जाओ मत बोलना हैं। उन्होंने कहा कि आंतरिक सुरक्षा की स्थिति यह थी कि जगह-जगह आतंकवाद सिर चढ़के बोलता था। कहीं आतंकवाद, कहीं नक्सलवाद, कहीं अराजकता थी। और सपा सरकार के समय तो आंतकवादियों ने तो मध्य काल की याद ताजा कर दी थी, मंदिरों और मठों पर हमले होते थे। हिंदू समाज की भावनाओं को कुठाराघात करके रौंदा जाता था और ये दृश्य कहीं देखने को मिल रहा था तो वो सपा सरकार के समय देखने को मिल रहा था। थाने-तहसीलें बिक चुकी थीं, गिरवी रख दी गयी थीं। सपा और बसपा कार्यकर्ता, उनकी सरकार में केवल लूट मचाए हुए थे।
सपा पर हमला
यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा सरकार के समय इन आतंकवादियों के मुकदमें वापस होते थे। हिंदुओं पर झूठे मुकदमें दर्ज होते थे। रामभक्तों पर गोली चलाई जाती थी और आतंकवादियों की आरती उतारी जाती थी। जब सपा-बसपा और कांग्रेस की सरकार बनती है तो उनको अपने-अपने परिवार से फुर्सत नहीं होती है। वो आतंकवादियों के लिए काम करते हैं जो 2012 में सपा ने करके दिखाया था। पिछली सरकारें आतंकियों के लिए काम करती थीं, भाजपा सरकार जनता के लिए समर्पित रह कर काम करती है।