चारधाम यात्रा के साथ इस वर्ष नौकायन का लुत्फ उठा पाएंगे तीर्थयात्री, साहसिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा 

जानिए कितना रहेगा नौकायन का शुल्क 

उत्तरकाशी। चारधाम यात्रा के साथ श्रद्धालु इस वर्ष तीर्थयात्री मनेरी में नौकायन का लुत्फ उठा पाएंगे। जिला साहसिक खेल प्रबंधन समिति की ओर से मनेरी भाली जल विद्युत परियोजना प्रथम की झील में नौकायन शुरू किया गया है। इससे यहां पर चारधाम यात्रा के साथ साहसिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सकेगा। जिला साहसिक खेल प्रबंधन समिति की ओर से जोशियाड़ा झील के बाद अब मनेरी झील में भी नौकायन शुरू किया गया है। करीब दो किमी के क्षेत्र में फैली इस झील में यात्रा पर आने वाले यात्री नौकायन में कयाकिंग सहित स्पीड बोट और जेट अटैक जैसी नाव का लुत्फ उठा सकते हैं। समिति की ओर से स्थानीय युवाओं की भागीरथी आउटडोर एसोसिएशन को मनेरी झील में नौकायन के संचालन का जिम्मा दिया गया है।

एसोसिएशन के अध्यक्ष विक्रम पंवार का कहना है कि जोशियाड़ा झील में नौकायन के लिए स्थानीय लोग और पर्यटक काफी पसंद कर रहे हैं। वहीं, मनेरी झील में चारधाम यात्रा के दौरान अच्छी संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद है, क्योंकि झील गंगोत्री हाईवे से सटी हुई है। इसे देखते हुए पर्यटन विभाग ने जोशियाड़ा झील की तर्ज पर मनेरी झील में नौकायन शुरू किया है। जिला पर्यटन अधिकारी केके जोशी का कहना है कि मनेरी झील में दो माह पूर्व साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय युवक-युवतियों को नौकायन का प्रशिक्षण दिया गया था। यात्रा के दौरान पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मनेरी झील में भी नौकायन शुरू किया गया है, जिससे स्वरोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। कयाकिंग के लिए प्रति व्यक्ति 200 रुपये और स्पीड बोट और जेट अटैक बोट के लिए प्रति व्यक्ति 250 रुपये शुल्क लिया जाएगा।

इसके लिए पर्यटन विभाग को प्रस्ताव दिया गया है। चारधाम यात्रियों के लिए मनेरी झील गंगोत्री धाम के पड़ाव पर स्थित है, जो जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर है। बस और टैक्सी से मनेरी पहुंचा जा सकता है। जहां तीर्थयात्री व पर्यटक मनेरी भाली जल विद्युत परियोजना के प्रथम चरण बांध की झील में नौकायन का लुत्फ उठा सकते हैं।

Next Post

सेल्‍फी के लिए आए दिन युवाओं की जा रही जान

अमन भारत वीडियो बनाने के दौरान ऐसा लगता है कि विवेक का उपयोग करने के बजाय इस तरह की भेड़चाल में शामिल हो गए लोगों के पास सही वक्त पर फैसला लेने की क्षमता भी नहीं बचती और इसी क्रम में वे किसी जानलेवा हादसे का शिकार हो जाते हैं। […]

You May Like