चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में जारी घमासान इस कदर बढ़ गया कि आलकमान ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफा मांगा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चंडीगढ़ में शाम 5 बजे विधायक दल की बैठक होने वाली है। इस बैठक में नया नेता चुनने का आदेश दिया गया है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह के खेमे ने इस्तीफे की बात का खंडन कर दिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराज 40 विधायकों ने आलाकमान को चिट्ठी लिखकर नाराजगी जताई थी। जिसके बाद विधायक दल की बैठक बुलाई गई। वहीं जानकारी मिल रही है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी विधायक दल की बैठक से पहले विधायकों की बैठक बुलाई है। इस बैठक को मुख्यमंत्री के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा सकता है।
क्या पंजाब को नहीं मिला कांग्रेसी मुख्यमंत्री ?
पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार पूर्व आईपीएस अधिकारी मोहम्मद मुस्तफा ने कहा कि अभी तक कांग्रेसियों को कांग्रेस का मुख्यमंत्री नहीं मिला है। उन्होंने ट्वीट किया कि साल 2017 के विधानसभा चुनाव में पंजाब ने कांग्रेस को 80 विधायक दिए लेकिन कांग्रेसियों को अभी तक कांग्रेस मुख्यमंत्री चुनने का मौका नहीं मिला। साढ़े चार साल के लंबे इंतजार के बाद कांग्रेसी मुख्यमंत्री चुनने का मौका मिला है। इतने साल में कैप्टन ने पंजाब और पंजाबियों के दर्द को नहीं समझा है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह विधायक दल की बैठक में अविश्वास प्रस्ताव आने से पहले ही पद से इस्तीफा दे सकते हैं और फिर नया नेता चुना जा सकता है। मुख्यमंत्री पद की रेस में पूर्व पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ और अंबिका सोनी का नाम बना हुआ है।