रक्षा मंत्रालय के 7000 कर्मचारियों क्यों किया जा रहा है दूसरी बिल्डिंग में शिफ्ट?

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नई दिल्ली। केंद्र सरकारी की ड्रीम प्रोजेक्ट सेंट्रल विस्टा परियोजना पर काफी तेजी से काम चल रहा है। जिसके अतंर्गत नया प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ ही नए सदन का भी निर्माण हो रहा है। अब इस परियोजना की वजह से रक्षा मंत्रालय के करीब 7 हजार कर्मचारियों को दूसरी इमारत में शिफ्ट किया जा रहा है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार सभी कर्माचारियों को अफ्रीका एवेन्यू और कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित कार्यालयों में भेजने की तैयारी है। रक्षा मंत्रालय के 27 विभिन्न कार्यालयों के लगभग 7,000 अधिकारी और कर्मचारी जो रायसीना हिल पर प्रतिष्ठित साउथ और नॉर्थ ब्लॉक के आसपास के अपने मौजूदा कार्यस्थलों से दो नए कार्यालय परिसरों में स्थानांतरित हो जाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 सितंबर को कस्तूरबा गांधी मार्ग और अफ्रीका एवेन्यू में 775 करोड़ रुपये की लागत से बने दो नए कार्यालय परिसरों का उद्घाटन करेंगे। जब रक्षा कर्मचारी मौजूदा कार्यालय से हट जाएंगे तो खाली क्षेत्र का उपयोग एक कार्यकारी एन्क्लेव के निर्माण के लिए किया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि जिसमें एक नया प्रधानमंत्री कार्यालय, प्रधानमंत्री निवास, एसपीजी भवन और कैबिनेट सचिवालय होगा। हालांकि केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) द्वारा निर्मित नए भवन, मुख्य रूप से प्री-कास्ट तकनीक और अन्य आधुनिक भवन प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते हुए, इस साल मार्च में पूरा होने वाले थे। लेकिन कोविड महामारी की वजह से योजना में देरी हुई। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने समय सीमा बढ़ा दी थी।

दोनों इमारतों में कुल 9.60 लाख वर्ग फुट जगह है। अधिकारियों ने कहा कि चैदह कार्यालयों को कस्तूरबा गांधी मार्ग परिसर में स्थानांतरित किया जा रहा है, जिसका निर्माण क्षेत्र 4.52 लाख वर्ग फुट है। वहीं, 13 कार्यालयों को अफ्रीका एवेन्यू भवन में स्थानांतरित किया जा रहा है, जिसका कुल निर्माण क्षेत्र 5.08 लाख वर्ग फुट है। दो भवनों में कुल 1500 से अधिक कारों के लिए बहु-स्तरीय कार पार्किंग की व्यवस्था है।

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