शुक्रवार, 14 जुलाई 2023 का पंचांग

News Hindi Samachar

धर्म-संस्कृतिः राष्ट्रीय मिति आषाढ़, 23 शक सम्वत् 1945 प्रथम (शुद्ध) श्रावण कृष्ण, द्वादशी, शुक्रवार, विक्रम सम्वत् 2080। सौर आषाढ़ मास प्रविष्टे 30। जिल्हिजा 25, हिजरी 1445 (मुस्लिम), तदनुसार अंग्रेजी तारीख 14 जुलाई सन् 2023 ई॰। सूर्य दक्षिणायन, उत्तर गोल, वर्षा ऋतु। राहुकाल पूर्वाह्न 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक।

द्वादशी तिथि सायं 07 बजकर 18 मिनट तक उपरांत त्रयोदशी तिथि का आरंभ। रोहिणी नक्षत्र रात्रि 10 बजकर 27 मिनट तक उपरांत मृगशिरा नक्षत्र का आरंभ। गण्ड योग प्रातः 08 बजकर 27 मिनट तक उपरांत वृद्धि योग का आरंभ। कौलव करण प्रातः 06 बजकर 52 मिनट तक उपरांत गर करण का आरंभ। चंद्रमा दिन रात वृष राशि पर संचार करेगा।

सूर्यास्त का समय: शाम 7 बजकर 21 मिनट पर।

आज का शुभ मुहूर्त :

ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 11 मिनट से 4 बजकर 52 मिनट तक। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 59 मिनट से 12 बजकर 54 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 45 मिनट से 3 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। निशीथ काल मध्‍यरात्रि 12 बजकर 7 मिनट से 12 बजकर 47 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 7 बजकर 20 मिनट से 7 बजकर 40 मिनट तक। अमृत काल सुबह 7 बजकर 16 मिनट से 8 बजकर 59 मिनट तक।

राहुकाल दोपहर 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। सुबह 6 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। सुबह 7 बजकर 30 से 9 बजे तक गुलिक काल रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 8 बजकर 18 मिनट से 9 बजकर 13 मिनट तक रहेगा। इसके बाद दोपहर 12 बजकर 54 मिनट से 1 बजकर 50 मिनट तक।

आज का उपाय : आज मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं साथ ही भगवान शिव का दही से अभिषेक करें।

आचार्य कृष्णदत्त शर्मा

Next Post

हरियाली अमावस्या पर ये है स्नान दान का शुभ मुहूर्त

धर्म-संस्कृतिः हिंदू धर्म में अमावस्या और पूर्णिमा की तिथि को बेहद ही खास माना जाता हैं जो कि हर माह में एक बार आती हैं अभी सावन का महीना चल रहा हैं और इस माह पड़ने वाली अमावस्या को श्रावणी अमावस्या और हरियाली अमावस्या के नाम से जाना जाता हैं […]

You May Like