-2010 के सर्वे के अनुसार प्रदेश में कुल 582 मलिन बस्तियां
-एक सौ दो मलिन बस्तियां ही मनाकों पर खरी
देहरादून: आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रविंद्र सिंह आनंद ने कहा कि चुनावी वर्ष आने के साथ ही भाजपा को एक बार फिर मलिन बस्तियों की याद आ गई है।
राज्य की 582 मलिन बस्तियों को एक बार फिर मालिकाना हक देने का झुनझुना जनता को थमाए जाने की बात कही जा रही है।
आम आदमी पार्टी मांग करती है कि मात्र चिन्हित नहीं प्रदेश की सभी मलिन बस्तियों को मलिकाना हक दिया जाना चाहिए।
रविंद्र सिंह आनंद ने कहा कि 2010 के सर्वे के अनुसार प्रदेश में 582 मलिन बस्तियां है और इनमें से मात्र एक सौ दो मलिन बस्तियां ही मनाकों पर खरी उतर रही है। जिन्हें अब मलिकाना हक दिए जाने की बात हो रही है।
आनंद ने कहा यहां पर सवाल यह उठता है कि यदि 2010 में सर्वे हो चुका था तो जो बस्तियां मनकों के अनुरूप नहीं है उन पर कार्य क्यों नहीं किया गया और जो मानकों पर पूरी है उनको अभी तक इतने सालों में नियमित क्यों नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि चाहे वो कांग्रेस की सरकार हो या भाजपा की इनको चुनाव के वक्त ही बस्तियों की याद क्यों आती है।
अब जब भाजपा ने एक बार फिर मलिन बस्तियों का राग आलापना आरम्भ कर दिया है तो आम आदमी पार्टी मांग करती है मात्र चिन्हित नहीं सभी मलिन बस्तियों को मालिकाना हक दिया जाना चाहिए। अन्यथा आम आदमी पार्टी इसके खिलाफ आंदोलन करने को बाध्य होगी।
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