एसजेवीएन के अध्घ्यक्ष ने किया 14वीं मोबाइल मेडिकल यूनिट का लोकार्पण

News Hindi Samachar

देहरादून। एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने शिमला तथा आसपास के इलाकों के लोगों के लिए एसजेवीएन फाउंडेशन की सीएसआर पहल-सतलुज संजीवनी सेवा के अंतर्गत निशुल्क चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए एसजेवीएन कारपोरेट मुख्यालय, शिमला में एक मोबाइल हेल्घ्थ वैनका लोकार्पण किया। इस अवसर पर गीता कपूर निदेशक (कार्मिक)-सह-अध्घ्यक्ष, एसजेवीएन फाऊंडेशन,अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उपस्थित रहीं।
एकत्रित जनसमूह को संबोधित करते हुए कि एसजेवीएन अपनी सामाजिक प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के प्रति सदैव वचनबद्ध है और अपने सीएसआर कार्यक्रमों के जरिए हितधारकों के जीवन की गुणवत्ता के उन्नयन के लिए प्रयासरत रहता है। स्थानीय समुदायों को 14 मोबाइल हेल्थ वैनों के जरिए उनके घरद्वार पर निरूशुल्क चिकित्सा परामर्श सुविधाएं और दवाइयां उपलब्ध करवाने के लिए सतलुज संजीवनी सेवा कार्यक्रम की शुरुआत एसजेवीएन सीएसआर फाउंडेशन के झंडे तले वर्ष 2012 में की गई। श्री शर्मा ने आगे बताया कि पहले से ही 13मोबाइल हेल्घ्थ वैनें हिमाचल प्रदेश,उत्तराखंड, बिहार एवं महाराष्ट्र के 11 जिलों, 101 ग्राम पंचायतों तथा 197 सामुदायिक स्थानों को कवर करते हुए सेवाएं प्रदान कर रही हैं जिसके अंतर्गत नौ लाख से ज्यादा लोगों को उपचार सुविधाएं प्रदान की जा चुकी हैं। प्रत्येक मोबाइल हेल्थ वैन में एक डॉक्टर, फार्मासिस्ट तथा सहायक स्टाफ से युक्त एक क्वालिफाइड मेडिकल टीम होती है और यह बेसिक डायग्नोस्टिक परीक्षण उपकरणों से लैस होती है।
एसजेवीएन फाउंडेशन कोविड-19 के विरुद्ध लड़ाई में वित्तीय मदद देने सहित स्वास्थ्य देखभाल एवं स्वच्छता,शिक्षा एवं दक्षता विकास, समाज के कमजोर वर्गों के सशक्तिकरण, सततशील विकास, संस्कृति,विरासत एवं प्रसिद्ध स्थलों के संरक्षण एवं संवर्धन,खेलों के विकास, सशस्त्र बल के भूतपूर्व सैनिकों, सैनिक विधवाओं तथा उनके आश्रितों हेतु उपाय, कुदरती आपदाओंध्विपदाओं के दौरान राहत, अवसंराचनात्मक विकास, सामुदायिक विकास तथा ग्रामीण विकास के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहा है। एसजेवीएन को नवोन्घ्वेषी एवं सततशील सीएसआर पहलों की जरिए समाज पर सकारात्घ्मक प्रभाव डालने के प्रति किए गए इसके प्रयासों के सम्घ्मान स्घ्वरूप कई प्रतिष्ठित पुरस्घ्कार प्रदान किए गए हैं। कंपनी को कोरोना वारियर्स की श्रेणी के अंतर्गत सीआईडीसी विश्घ्वकर्मा अवार्ड-2021 से नवाजा गया है। इसके स्घ्वास्घ्थ्घ्य क्षेत्र में विभिन्घ्न पहलों की शुरूआत करने के लिए हेल्घ्पएज इंडिया द्वारा ‘’गोल्घ्ड प्घ्लेट अवार्ड‘’से भी नवाजा गया है।

Next Post

हड़प्पा काल के शहर धोलावीरा को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में मिला स्थान

नयी दिल्ली। गुजरात में हड़प्पा काल के शहर धोलावीरा को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। संयुक्त राष्ट्र के संगठन ने मंगलवार को यह जानकारी दी। तेलंगाना के वारंगल में पालमपेट स्थित रामप्पा मंदिर के बाद इस महीने विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया भारत […]

You May Like