भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने व्यापम का नाम बदलकर मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड करने के फैसला लिया है। जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार को सूबे की शिवराज सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नाम बदलने से व्यापम का फर्जीवाड़ा नहीं भुलाया जा सकता। ऐसा लग रहा है कि नाम बदल कर एक और फर्जीवाड़ा करने की तैयारी चल रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट में कहा कि पहले व्यापम का नाम बदलकर मध्यप्रदेश व्यवसायिक परीक्षा मंडल किया गया और अब एक बार फिर नाम बदल कर मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड कर दिया गया है। इसके साथ ही बोर्ड को तकनीकी शिक्षा विभाग से लेकर सामान्य प्रशासन विभाग के अधीन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कुछ भी कर ले, लेकिन व्यापमं के दाग कभी धुलने वाले नहीं हैं।
उन्होंने आगे लिखा कि फर्जीवाड़ा लोग कभी भूलने वाले नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि हजारों लोगों का जीवन बर्बाद, सैकड़ों बेगुनाहों की मौत प्रदेश की जनता भूली नहीं है। किस प्रकार से व्यापमं की भर्ती परीक्षाओं के माध्यम से फर्जीवाड़ा कर, लाखों योग्य युवाओं का हक मारकर इस महाघोटाले को अंजाम दिया गया था और इसके दोषी अभी भी बाहर घूम रहे हैं। उन्होंने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है कि नाम बदलकर, एक बार फिर नया फर्जीवाड़ा करने की तैयारी है।