देहरादून। उत्तराखंड में करीब छह साल बाद मानसून के अपने तय समय पर पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो इस बार 20 से 25 जून के बीच मानसून प्रदेश में दस्तक दे सकता है। जबकि बीते छह सालों की बात करें तो इसके पहुंचने के समय में विलंब ही होता आया है। सिर्फ 2021 में मानसून समय से पहले 18 जून को ही उत्तराखंड पहुंच गया था। पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डॉ. आरके सिंह बताते हैं कि मानसून पहुंचने का समय हवा की गति और दिशा पर भी निर्भर करता है।
इस वर्ष अभी तक मानसून की गति सामान्य बनी हुई है और 31 मई को मानसून ने केरल में प्रवेश कर लिया है। जिससे कि इसके 20 से 25 जून तक प्रदेश में पहुंचने की उम्मीद है। सब कुछ सही रहा तो 12 से 14 जून तक प्री मानसून भी प्रदेश में पहुंचने की संभावना है। पांच साल देरी से पहुंचा मानसून: प्रदेश में मानसून के पहुंचने का सही समय 20 से 25 जून माना जाता है। वहीं पंतनगर विवि से मिले आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में बीते छह सालों में पांच बार मानसून देरी से पहुंचा है। साल 2017 और 18 में मानसून ने प्रदेश में एक ही दिन 28 जून को एंट्री ली। वहीं 2019 और 20 में तीन जुलाई को मानसून उत्तराखंड पहुंचा।
2021 में यह तय समय से पहले 18 जून को ही उत्तराखंड पहुंच गया। मानसून के उत्तराखंड पहुंचने पर लोगों को चिलचिलाती गर्मी से राहत मिलेगी। मानसून के प्रदेश में आने के समय में बदलाव देखा गया है। हालांकि यह सामान्य समय के आसपास ही रहता है। इस वर्ष अभी तक सामान्य गति से मानसून आ रहा है। इसके 20 से 25 जून तक कुमाऊं में सक्रिय होने की संभावना है।
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