प्रदर्शनकारी पहलवानों को ट्रायल्स में छूट देने से कुश्ती बिरादरी नहीं आया रास

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नई दिल्ली: देश के शीष कोचों ने गुरुवार को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के तदर्थ पैनल को बताया कि प्रदर्शनकारी छह पहलवानों को एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप के ट्रायल्स में छूट देने का फैसला कुश्ती बिरादरी को रास नहीं आया। आईओए तदर्थ पैनल भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) का कामकाज देख रहा है। भूपेंदर सिंह बाजवा की अध्यक्षता वाले पैनल ने मेरठ में हुई एक अनौपचारिक बैठक में राष्ट्रीय फ्रीस्टाइल कोच जगमंदर सिंह, राष्ट्रीय ग्रीको रोमन कोच हरगोबिंद सिंह और राष्ट्रीय महिला कोच वीरेंद्र सिंह दहिया के विचार सुने। आईओए सूत्र ने कहा, ‘‘तीनों कोच ने बाजवा को बताया कि स्थापित और उदीयमान पहलवानों में इसे लेकर रोष व्याप्त है। जो लोग अखाड़े चलाते हैं, वे इस अनुचित और पक्षपातपूर्ण फैसले से नाराज हैं। ’’ सूत्र ने कहा, ‘‘कोई फैसला नहीं लिया गया लेकिन बाजवा ने उन्हें कहा कि पैनल इस मामले को देखेगा। बाजवा ने 16 जून को विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, सत्यव्रत कादियान, जितेंदर किन्हा और संगीता फोगाट को लिखा था कि वे अगस्त में एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप ट्रायल के विजेताओं के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करेंगे। पहलवानों ने दावा किया था कि उन्होंने छूट नहीं मांगी थी बल्कि तैयारी के लिए केवल अतिरिक्त समय मांगा था। सूत्र ने कहा, ‘‘इस पर भी चर्चा की गयी कि पुरुष और महिलाओं के लिए राष्ट्रीय शिविर एशियाई खेलों के ट्रायल्स के बाद शुरु होंगे। पुरुष शिविर हमेशा की तरह बहलगढ़ में साई केंद्र में होगा जबकि महिलाओं का शिविर दिल्ली या पटियाला में हो सकता है। ’’ एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप ट्रायल्स के लिए अंतिम तारीख की जानकारी जल्द ही दी जायेगी। सूत्र ने साथ ही कहा, ‘‘पैनल को अब फैसला करना है कि इन छह पहलवानों को दी गयी छूट वापस ली जाये या नहीं।
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