हल्द्वानी। नैनीताल में बीते कई दिनों से जारी त्रासदी के बीच जब केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट देर से लोगों के बीच पहुंचे, तो उन्हें स्थानीय नागरिकों के व्यापक विरोध का सामना करना पड़ा। राहत व बचाव कार्य में देरी से नाराज ग्रामीणों ने भटघ््ट को जमकर खरी-खोटी भी सुनाई। सोमवार को भूस्खलन प्रभावित बलियानाला क्षेत्र पहुंचे जहां उन्हें लोगों के गुस्से व नाराजगी का सामना करना पड़ा।
आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरकार व जनप्रतिनिधि बलियानाला प्रभावित क्षेत्र का ट्रीटमेंट और यहां के लोगों के बारे में नहीं सोच रही है। लोगों ने उन्हें अपनी परेशानी बताई। इस पर अजय भट्ट ने कहा कि बलियानाला के लिए पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी के समय केंद्र सरकार ने 15 करोड़ का बजट ट्रीटमेंट के लिए मुक्त किया था। उसके बाद से यहां पर लगातार काम किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री भट्ट ने आश्वासन दिया कि जल्द ही इलाके के स्थायी ट्रीटमेंट की योजना के साथ लोगों का विस्थापन भी किया जाएगा। उन्होंने जिलाधिकारी से प्रभावित लोगों के लिए उचित सुविधाएं उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए। ग्रामीणों की मांग थी कि आपदा के बाद राहत कार्यों में तेजी लाई जाए। ग्रामीणों ने मांग कि टूटे पुलों, सड़कों, बिजली लाइनों की मरम्मत कराने के साथ ही सरकार की ओर से आपदाग्रस्त लोगों को उचित मुआवजा भी दिया जाए। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री व नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने खैरना गरमपानी का दौरा कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। आपदा परिवार के दो सदस्यों को खो चुके पीड़ित परिवार के सुरेश चैहान को आठ लाख रुपये मुआवजा धनराशि का चैक दिया। कहा कि परिवार को हुई जनक्षति की भरपाई कोई नहीं कर सकता पर सरकार अपनी ओर से हर संभव मदद की कोशिश कर रही है। निरीक्षण के उपरान्त तहसील भवन में आयोजित बैठक में क्षेत्रीय अधिकारियों व अभियंताओं से अब तक किए गए कार्यों की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों को सामान्य स्थिति में लाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किये जाएं। भट्ट ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि राहत व बचाव कार्य में किसी भी प्रकार से कोई कोताही नहीं होगी।